KAUN TUJHE LYRICS
Tu aata hai seene mein
Jab jab saansein bharti hoon
Tere dil ki galiyon se
Main har roz guzarti hoonHawaa ke jaise chalta hai tu
Main ret jaisi udti hoon
Kaun tujhe yun pyar karega
Jaise main karti hoonHo ho….Meri nazar ka safar
Tujhpe hi aake ruke
Kehne ko baaqi hai kya
Kehna tha jo keh chukeMeri nigaahein hain
Teri nigahon pe
Tujhe khabar kya be-khabar
Main tujhse hi chhup chhup kar
Teri aankhen padhti hoon
Kaun tujhe yun pyaar karega
Jaise main karti hoon
Jab jab saansein bharti hoon
Tere dil ki galiyon se
Main har roz guzarti hoonHawaa ke jaise chalta hai tu
Main ret jaisi udti hoon
Kaun tujhe yun pyar karega
Jaise main karti hoonHo ho….Meri nazar ka safar
Tujhpe hi aake ruke
Kehne ko baaqi hai kya
Kehna tha jo keh chukeMeri nigaahein hain
Teri nigahon pe
Tujhe khabar kya be-khabar
Main tujhse hi chhup chhup kar
Teri aankhen padhti hoon
Kaun tujhe yun pyaar karega
Jaise main karti hoon
Ho ho….
Tu jo mujhe aa mila
Sapne hue sirphire
Hathon mein aate nahi
Udte hain lamhe mere
Meri hansi tujhse
Meri khushi tujhse
Tujhe khabar kya be-qadar
Jis din tujhko na dekhun
Pagal pagal phirti hoon
Kaun tujhe yun pyaar karega
Jaise main karti hoon
Ho ho….
कौन तुझे LYRICS IN HINDI
तू आता है सीने में जब-जब साँसें भरती हूँ
तेरे दिल की गलियों से मैं हर रोज़ गुज़रती हूँ
हवा के जैसे चलता है तू, मैं रेत जैसे उड़ती हूँ
कौन तुझे यूँ प्यार करेगा जैसे मैं करती हूँ?
मेरी नज़र का सफ़र तुझ पे ही आके रुके
कहने को बाक़ी है क्या? कहना था जो, कह चुके
मेरी निगाहें हैं तेरी निगाहों पे
तुझे ख़बर क्या, बेख़बर?
मैं तुझ से ही छुप-छुप कर तेरी आँखें पढ़ती हूँ
कौन तुझे यूँ प्यार करेगा जैसे मैं करती हूँ?
तू जो मुझे आ मिला, सपने हुए सरफिरे
हाथों में आते नहीं, उड़ते हैं लम्हें मेरे
मेरी हँसी तुझ से, मेरी खुशी तुझ से
तुझे ख़बर क्या, बेक़दर?
जिस दिन तुझ को ना देखूँ पागल-पागल फिरती हूँ
कौन तुझे यूँ प्यार करेगा जैसे मैं करती हूँ?
तेरे दिल की गलियों से मैं हर रोज़ गुज़रती हूँ
हवा के जैसे चलता है तू, मैं रेत जैसे उड़ती हूँ
कौन तुझे यूँ प्यार करेगा जैसे मैं करती हूँ?
मेरी नज़र का सफ़र तुझ पे ही आके रुके
कहने को बाक़ी है क्या? कहना था जो, कह चुके
मेरी निगाहें हैं तेरी निगाहों पे
तुझे ख़बर क्या, बेख़बर?
मैं तुझ से ही छुप-छुप कर तेरी आँखें पढ़ती हूँ
कौन तुझे यूँ प्यार करेगा जैसे मैं करती हूँ?
तू जो मुझे आ मिला, सपने हुए सरफिरे
हाथों में आते नहीं, उड़ते हैं लम्हें मेरे
मेरी हँसी तुझ से, मेरी खुशी तुझ से
तुझे ख़बर क्या, बेक़दर?
जिस दिन तुझ को ना देखूँ पागल-पागल फिरती हूँ
कौन तुझे यूँ प्यार करेगा जैसे मैं करती हूँ?
Kaun Tujhe
Palak Muchhal
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