GULABI AaNKHEiN LYRICS
Gulabi aankhen jo teri dekhi sharabi yeh dil ho gaya
Sambhalo mujhko oh mere yaaron sambhalna mushkil ho gayaDil mein mere khwab tere tasveer jaise ho deewar pe
Tujhpe fida main kyu huwa aata hai gussa mujhe pyar peMai loot gaya maan ke dil ka kaha mai kahi ka na raha kya kahu main dilrubaBura hai jaadoo teri aankhon ka yeh mera kaatil ho gaya
Gulabi aankhen jo teri dekhi sharabi yeh dil ho gaya
Sambhalo mujhko oh mere yaaron sambhalna mushkil ho gayaDil mein mere khwab tere tasveer jaise ho deewar pe
Tujhpe fida main kyu huwa aata hai gussa mujhe pyar peMai loot gaya maan ke dil ka kaha mai kahi ka na raha kya kahu main dilrubaBura hai jaadoo teri aankhon ka yeh mera kaatil ho gaya
Gulabi aankhen jo teri dekhi sharabi yeh dil ho gaya
Maine sada chaha yahi daman bacha lu hasino se main
Teri kasam khwabo mein bhi bachta fira nazneeno se mai
Tauba magar mil gayi tujhse nazar mil gaya darde jigar sun zara oh bekhabar
Zara sa haske jo dekha tune mai tera bismil ho gaya
Gulabi aankhen jo teri dekhi sharabi yeh dil ho gaya
Sambhalo mujhko oh mere yaaron sambhalna mushkil ho gaya
गुलाबी आँखें LYRICS IN HINDI
ल ल ला ल ल ल ला ल ल ल ला
गुलाबी आँखें जो तेरी देखीं
शराबी ये दिल हो गया
सम्भालो मुझको ओ मेरे यारों
सम्भलना मुश्किल हो गया
दिल में मेरे ख़्वाब तेरे
तस्वीर जैसे हों दीवार पे
तुझपे फ़िदा
मैं क्यूँ हुआ
आता है गुस्सा मुझे प्यार पे
मैं लुट गया
मान के दिल का कहा
मैं कहीं का ना रहा
क्या कहूँ मैं दिलरुबा
बुरा ये जादू तेरी आँखों का
ये मेरा क़ातिल हो गया
गुलाबी आँखें जो तेरी देखी
शराबी ये दिल हो गया
मैंने सदा चाहा यही
दामन बचा लूँ हसीनों से मैं
तेरी क़सम ख़्वाबों में भी
बचता फिरा नाज़नीनों से मैं
तौबा मगर मिल गई तुझसे नज़र
मिल गया दर्द ए जिगर
सुन ज़रा ओ बेख़बर
ज़रा सा हँस के जो देखा तूने
मैं तेरा बिस्मिल हो गया
गुलाबी आँखें जो तेरी देखी
शराबी ये दिल हो गया
सम्भालो मुझको ओ मेरे यारों
सम्भलना मुश्किल हो गया
गुलाबी आँखें जो तेरी देखीं
शराबी ये दिल हो गया
सम्भालो मुझको ओ मेरे यारों
सम्भलना मुश्किल हो गया
दिल में मेरे ख़्वाब तेरे
तस्वीर जैसे हों दीवार पे
तुझपे फ़िदा
मैं क्यूँ हुआ
आता है गुस्सा मुझे प्यार पे
मैं लुट गया
मान के दिल का कहा
मैं कहीं का ना रहा
क्या कहूँ मैं दिलरुबा
बुरा ये जादू तेरी आँखों का
ये मेरा क़ातिल हो गया
गुलाबी आँखें जो तेरी देखी
शराबी ये दिल हो गया
मैंने सदा चाहा यही
दामन बचा लूँ हसीनों से मैं
तेरी क़सम ख़्वाबों में भी
बचता फिरा नाज़नीनों से मैं
तौबा मगर मिल गई तुझसे नज़र
मिल गया दर्द ए जिगर
सुन ज़रा ओ बेख़बर
ज़रा सा हँस के जो देखा तूने
मैं तेरा बिस्मिल हो गया
गुलाबी आँखें जो तेरी देखी
शराबी ये दिल हो गया
सम्भालो मुझको ओ मेरे यारों
सम्भलना मुश्किल हो गया
Gulabi Ankhen
Mohammed Rafi
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