BOL DO NA ZARA LYRICS
Itni mohabbat karo na
Main doob na jaun kahi
Vaapas kinare pe aana
Main bhool na jaun kahiDekha jabse chehra tera
Main toh hafton se soya nahiBol do na zara
Dil mein jo hai chhipa
Main kisi se kahunga nahi
Main kisi se kahunga nahiMujhe neend aati nahi hai akele
Khwabon mein aaya karo
Nahi chal sakunga tumhare bina main
Mera tum sahaara banoIk tumhein chahne ke alaawa
Aur kuch humse hoga nahi
Main doob na jaun kahi
Vaapas kinare pe aana
Main bhool na jaun kahiDekha jabse chehra tera
Main toh hafton se soya nahiBol do na zara
Dil mein jo hai chhipa
Main kisi se kahunga nahi
Main kisi se kahunga nahiMujhe neend aati nahi hai akele
Khwabon mein aaya karo
Nahi chal sakunga tumhare bina main
Mera tum sahaara banoIk tumhein chahne ke alaawa
Aur kuch humse hoga nahi
Bol do na zara
Dil mein jo hai chhipa
Main kisi se kahunga nahi
Main kisi se kahunga nahi
Humari kami tumko mehsoos hogi
Bheega dengi jab baarishe
Main bhar karke laya hoon
Ankhon mein apni
Adhoori si kuch khwahishe
Rooh se chaahne wale aashiq
Baatein jismo ki karte nahi
Bol do na zara
Dil mein jo hai chhipa
Main kisi se kahunga nahi
Bol do na zara
Dil mein jo hai chhipa
Main kisi se kahunga nahi
Main kisi se kahunga nahi…
बोल दो ना ज़रा LYRICS IN HINDI
इतनी मोहब्बत करो ना
मैं डूब ना जाऊँ कहीं
वापस किनारे पे आना
मैं भूल ना जाऊँ कहीं
देखा जबसे चेहरा तेरा
मैं तो हफ़्तों से सोया नहीं
बोल दो ना ज़रा, दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
बोल दो ना ज़रा, दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
मैं किसी से कहूँगा नहीं
मुझे नींद आती नहीं है अकेले
ख़्वाबों में आया करो
नही चल सकूँगा तुम्हारे बिना मैं
मेरा तुम सहारा बनो
इक तुम्हें चाहने के अलावा
और कुछ हमसे होगा नहीं
बोल दो ना ज़रा, दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
बोल दो ना ज़रा, दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
मैं किसी से कहूँगा नहीं
हमारी कमी तुमको महसूस होगी
भीगा देंगी जब बारिशें
मैं भर कर के लाया हूँ आँखों में अपनी
अधूरी सी कुछ ख़्वाहिशें
रूह से चाहने वाले आशिक़
बातें जिस्मों की करते नहीं
बोल दो ना ज़रा, दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
बोल दो ना ज़रा, दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
मैं किसी से कहूँगा नहीं
मैं डूब ना जाऊँ कहीं
वापस किनारे पे आना
मैं भूल ना जाऊँ कहीं
देखा जबसे चेहरा तेरा
मैं तो हफ़्तों से सोया नहीं
बोल दो ना ज़रा, दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
बोल दो ना ज़रा, दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
मैं किसी से कहूँगा नहीं
मुझे नींद आती नहीं है अकेले
ख़्वाबों में आया करो
नही चल सकूँगा तुम्हारे बिना मैं
मेरा तुम सहारा बनो
इक तुम्हें चाहने के अलावा
और कुछ हमसे होगा नहीं
बोल दो ना ज़रा, दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
बोल दो ना ज़रा, दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
मैं किसी से कहूँगा नहीं
हमारी कमी तुमको महसूस होगी
भीगा देंगी जब बारिशें
मैं भर कर के लाया हूँ आँखों में अपनी
अधूरी सी कुछ ख़्वाहिशें
रूह से चाहने वाले आशिक़
बातें जिस्मों की करते नहीं
बोल दो ना ज़रा, दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
बोल दो ना ज़रा, दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
मैं किसी से कहूँगा नहीं
Bol Do Na Zara
Armaan Malik
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